घर में जंगल या जंगल में घर! परिवार को खिला रहे हैं ताजा फल-सब्जियां

बंगलुरु में रहने वाले सुमेश नायक और मीतू नायक का घर आपको किसी Nature's Paradise से कम नहीं लगेगा.

उन्होंने अपने घर के हर कोने को पेड़-पौधों से सजाया हुआ है. टेरेस गार्डन से लेकर इंडोर प्लांट्स और आइटडोर गार्डन तक, हर तरफ सिर्फ हरियाली ही आपको नजर आएगी. 

सुमेश का कहना है कि उनके घर में आज 2000 से भी ज्यादा पेड़-पौधे हैं और इस गार्डन को उन्होंने साल 2014 से लगाना शुरू किया था. 

नायक परिवार के लिए गार्डनिंग सिर्फ शौक नहीं बल्कि जीने का तरीका है. उन्होंने अपने गार्डन में तरह-तरह के फल, फूल और सब्जी आदि के पेड़-पौधे लगाए हुए हैं. 

उनके गार्डन में एवेकाडो, ड्रैगन फ्रूट, आम, मलबरी, सीताफल, चीकू, स्टार फ्रूट, आंवला, रोज एप्पल, अनार, अमरूद, नींबू, पपीता, अंगूर और बिलिम्बी जैसे फलों के पेड़ हैं. साथ ही, वह टमाटर, भिंडी, बैंगन, बीन्स, टैपिओका, मोरिंगा, मिर्च, तेज पत्ता, पालक और हल्दी आदि भी उगा रहे हैं. 

उन्हें हर मौसम में अपने घर के इस गार्डन से किसी न किसी फल-सब्जी की सप्लाई मिलती रहती है. जिसे वह अपने दोस्तों और पड़ोसियों में भी बांटते हैं. 

सुमेश का कहना है कि घर में गार्डन होने से न सिर्फ आपको ताजा और जैविक फल-सब्जियां मिलती हैं बल्कि आप पर्यावरण की भी मदद करते हैं. आप अपने आसपास बायोडाइवर्सिटी को बढ़ते हुए देखते हैं. साथ ही, आने वाली पीढ़ी को प्रकृति का महत्व समझा सकते हैं. 

सुमेश कहते हैं कि गार्डनिंग करने के लिए सबसे पहले आप तय करें कि आपको कैसे पौधे लगाने हैं- फल, सब्जी या फूलों के. इसके बाद आपके गार्डन में धूप कितनी आती है या क्लाइमेट कैसा है- इस आधार पर पौधे लगाएं. 

पहले आपको छोटे पौधों से शुरुआत करनी चाहिए और अपने गार्डन को जैविक व केमिकल-फ्री रखें. 

सुमेश कहते हैं कि आपको फल उगाने के लिए बहुत ज्यादा स्पेस नहीं चाहिए. आपको बस खुला दिमाग रखना है और पैशन से गार्डनिंग करनी है. मेहनत से सबकुछ मुमकिन है. 

आप सुमेश को उनके इंस्टाग्राम अकाउंट @1500sqft_gardener पर फॉलो कर सकते हैं और उनके गार्डन की रेगुलर अपडेट्स जान सकते हैं.