जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे याददाश्त कमजोर होने लगती है हालांकि यादाश्त कमजोर होने के लक्षण हर किसी व्यक्ति में एक जैसे लक्षण दिखाई नहीं देते हैं.
याददाश्त कमजोर होने के पीछे कुछ आदतें जिम्मेदार होती हैं. ऐसे ऐसे में सही आदतें व्यक्ति में भूलने की बीमारी की समस्या दूर कर सकती है.
व्यक्ति को नियमित रूप से कम से कम 10 से 15 मिनट तक मेडिटेशन करना जरूरी है.
मेडिटेशन न केवल दिमाग को शांत करने में उपयोगी है बल्कि मेमोरी को बूस्ट करने में भी आपके काम आ सकता है.
यदि व्यक्ति अपना वजन कंट्रोल में रखेगा तो इससे भी व्यक्ति की मानसिक स्थिति तंदुरुस्त रह सकती है. साथ ही व्यक्ति खुद को एक्टिव रख सकता है.
भरपूर नींद लेने से न केवल अपनी याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है बल्कि मानसिक स्थिति को भी तंदुरुस्त बनाया जा सकता है.
व्यक्ति को अपनी डाइट का ध्यान भी रखना जरूरी है. उन्हें कुछ ऐसी चीजों को अपनी डाइट में जोड़ना चाहिए जो मेमोरी बूस्ट करने में उपयोगी है.
उदाहरण के तौर पर आप हरी सब्जियां, बादाम, अखरोट आदि को अपनी डाइट में जोड़ सकते हैं. यह चीजें मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित हो सकती हैं.
व्यक्ति को यदि मीठा खाने की आदत है तो बता दें कि मीठे को सीमित मात्रा में खाएं.
ज्यादा मीठा खाने से भी व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. साथ ही याददाश्त कमजोर हो सकती है.