घी का सेवन करने से लेकर शरीर की मालिश करने तक इसके स्वास्थ्य संबंधी अनेक लाभ है. आयुर्वेद के अनुसार पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से घी का इस्तेमाल हर्बल दवाओं के साथ किया जाता है.
घी लगाने से आपकी एड़ियों के घाव भरने में मदद मिलती है. यह त्वचा को अंदर तक हाइड्रेट करने में भी मदद करता है. घी अपनी हीलिंग और मॉइश्चराइजिंग लाभों के साथ, फटी एड़ियों को रिपेयर करने में मदद कर सकता है.
गाय का घी लगाने से पैरों के तलवों की मालिश करने से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और आराम मिलता है. इससे व्यक्ति को जल्दी गहरी नींद आ जाती है.
तलवों में गुनगुना घी लगाने से एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या में भी आराम मिलता है. अगर आपको अपच, डकार जैसी पाचन संबंधी सम्याएं हैं तो पैरों पर घी लगाने से मदद मिल सकती है.
जोड़ो के दर्द लिए घी एक आम आयुर्वेदिक उपाय है. आयुर्वेद के अनुसार घी से मालिश करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है और त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार होता है
घी ओमेगा फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. यह फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने और त्वचा को पोषण देने में मदद कर सकता है. यह त्वचा को मॉइश्चराइज करने में मदद करता है और इसे चमकदार बनाता है.
घी अपने पोषण लाभों के साथ सुस्त त्वचा को स्वस्थ त्वचा में बदलने में मदद करता है. यह त्वचा को स्मूथ बनाता है और हाइड्रेट करता है.
रात को सोने से पहले मालिश करने से खर्राटों की समस्या में आराम मिलता है. इससे आपको मानसिक शांति भी मिलती है.