एक ऐसा युवा वर्ग है जो हुक्का पार्लर में जाकर हुक्का पीने को काफी कूल समझता है.
साथ ही उसका ऐसा भी मानना है कि हुक्का सिगरेट पीने के मुकाबले कम खतरनाक है.
वहीं कुछ ऐसे युवा भी है जो जेब में सिगरेट की डिब्बी लेकर चलते है.
हुक्का पार्लर की तरह कोई सिगरेट पार्लर नहीं होता इसलिए लोग इसे पब्लिक में पीते हैं.
एक शोध के मुताबिक एक हुक्के में सिगरेट के मुकाबले करीब 25 गुना ज्यादा तार होता है.
वहीं धुएं की बात करें तो हुक्के से करीब 125 गुना ज्यादा धुआं निकलता है.
2.5 गुना ज्यादा निकोटीन और 10 गुना ज्यादा कार्बन मोनोक्साइड.