अक्सर हम देखते हैं कि कई बार हमसे उम्र और ओहदे में छोटे लोगों को सम्मान मिलता है जबकि ऊंचे ओहदे या उम्र में बड़े होने पर भी हम वह सम्मान नहीं कमा पाते हैं.
दरअसल, लोगों की नजरों में हमारा सम्मान हमारे रूतबे, पैसे या उम्र से नहीं बल्कि हम कैसे इंसान हैं, हमारा व्यवहार और कैरेक्टर कैसा है, इस पर निर्भर करता है.
अगर हम चाहते हैं कि लोग हमारा सम्मान करें तो इसके लिए हमें पहले अपने व्यक्तित्व पर ध्यान देना होगा. हमें देखना होगा कि कहीं हमारे व्यवहार में तो कोई ऐसी बात नहीं जिसके कारण लोग दिल से हमारा सम्मान नहीं करते हैं.
आज हम बता रहे हैं कुछ टिप्स, जिन्हें अगर हम फॉलो करें तो लोगों की नजरों में प्यार और सम्मान दोनों कमा सकते हैं.
लोगों की नजरों में हमारा सम्मान हमारे रोजमर्रा के व्यवहार से बनता है. हमें हमेशा अपने व्यवहार का विश्लेषण करना चाहिए कि कहीं हमारे व्यवहार में तो कई समस्या नहीं है. अगर हमारा व्यवहार लोगों के साथ अच्छा है तो वे खुद हमारी इज्जत करेंगे.
जब हम किसी सहकर्मी, छात्र या मित्र का मार्गदर्शन करते हैं, तो इससे हम उन्हें दिखाते हैं कि हमें सच में उनकी सफलता की परवाह है. हमें लोगों को सही राह दिखाकर उनके आगे बढ़ने में मदद करन चाहिए. इससे हमें खुद भी अच्छा लगेगा और दूसरे भी हमारा सम्मान करेंगे.
दूसरों पर गुस्सा होने से पहले हमें खुद हमारी बाउंड्रीज क्लियर करनी चाहिए. अगर हम अपनी तरफ से एक हद बनाकर चलेंगे तो दूसरे भी वह सीमा पार नहीं करेंगे और हम एक-दूसरे का सममान करते हुए आगे बढ़ेंगे.
दूसरों के काम की तारीफ करना या उन्हें बताना कि उन्होंने अच्छा किया है, हमें छोटा नहीं बनाता है, बल्कि दूसरों की नजरों में हमारी इज्जत बढ़ती है. इसलिए किसी के सच्चे प्रयासों की तारीफ करने से कभी नहीं चूकना चाहिए.
अगर हम चाहते हैं कि कोई हमारे साथ ईमानदार रहे तो हमें भी उनके साथ ईमानदार होना होगा और अपने काम की जवाबदेही लेनी होगी. हमें अपनी गलतियां मानकर उन्हें ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए. तभी हम दूसरों की नजरों में सम्मान कमा सकते हैं.