संध्या में ऐसे जलाएं दीपक, घर में रहेगी बरकत

हिन्दू धर्म में दीपक जलाना शुभ माना जाता है. शास्त्रों में कहा गया है कि पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाने से देवों की उपस्थिति उस स्थान पर होती है.

अगर नियमित रूप से दीपक जलाया जाता है तो घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है. वास्तु दोष बढ़ाने वाली नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है.

शास्त्रों में सुबह और शाम दीया प्रज्वलित करने का विधान है. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना गया है कि संध्याकाल के समय जलाया गया दीपक ज्यादा प्रभावशाली होता है.

अगर शाम के समय जलने वाले दीपक के तेल में कुछ चीजें मिलाकर उसे प्रज्वलित किया जाए तो घर में हमेशा बरकत रहती है.

शाम के समय तेल में कपूर मिलाकर जलाने से कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं. शुक्र के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को सौभाग्य, सुंदरता, संपन्नता की प्राप्ति होती है.

शाम के समय तेल में तेजपत्ते का चूरा मिलाकर दीपक जलाया जाए तो इससे घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और धन-लाभ होता है.

अगर रोजाना शाम के समय तेल में लौंग डालकर दीपक जलाया जाए तो इससे राहु का दुष्प्रभाव कम होता है और राहु-केतु की शुभता कुंडली में बढ़ती है.

शाम के समय तेल में तिल मिलाकर दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं. पितरों का आशीर्वाद मिलता है और शनि देव की कृपा भी बनी रहती है. 

मंदिर के अलावा, रोज शाम के समय मुख्य द्वार के पास दीपक लगाना चाहिए. ये दीपक घर में नकारात्क ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है.