बचपन में हम सबको मछलियों के बारे जरूर बताया गया था. हमें बताया गया था कि मछली बिना पानी के नहीं रह सकती है.
लेकिन क्या आपने सोचा है कि अगर मछली पानी के बिना नहीं रह सकती है तो वह सांस कैसे लेती है. आइए जानें.
मछली सांस तो लेती है, लेकिन पानी में सांस लेने के लिए उसके पास एक खास सिस्टम होता है.
मछलियां पानी में सांस लेने का काम गिल्स के जरिए करती हैं.
उनके सांस लेने की प्रक्रिया की शुरुआत पहले उनके पानी को मुंह में लेने से शुरू होती है.
यह पानी पंखों जैसे पतली परत से होकर गुजरता है जो कि उनकी गिल्स में मौजूद होती हैं.
इनमें बड़ी मात्रा में खून होता है जिसमें ऑक्सीजन की मात्रा पानी में घुली ऑक्सीजन की तुलना में कम होती है, जिससे विसरण होकर ऑक्सीजन खून में चली जाती है.
मछलियों के मुंह के पास गिल्स का सिस्टम होता है जिससे पानी ऑक्सीजन देने के बाद बाहर आ जाता है.
लेकिन उसी पानी में कार्बन डाइऑक्साइड भी खून से बाहर निकल कर पानी में मिल जाती है. इसी लिए आमतौर पर देखा जाता है कि मछलियों का मुंह अक्सर खुला ही रहता है.