भूख लगना एक शारीरिक क्रिया है, लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें भूख लगने पर गुस्सा भी आता है.
आमतौर पर ऐसा तब होता है जब तेज भूख लगी हो और काफी देर तक कुछ खाने को न मिला हो.
भूखे होने पर गुस्सा आने के पीछे क्या कोई कारण है या केवल आदत का हिस्सा है. आइए जानें.
अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ केरोलाइना की डॉक्टर छात्रा ने गुस्से को लेकर कहा कि जब भी हमें भूख लगती है तब हमारे दिमाग में अलग तरह के विचार पैदा होते हैं.
उस समय में दुनिया के विचारों से हमारे विचार मेल नहीं खाते हैं. हाल ही में हुए शोध से सामने आया है कि ‘हैंगरी ’शब्द का मतलब ही भूख से गुस्सा आना होता है.
ऐसे लोग जिन्हें भूख की वजह से गुस्सा आता है उन्हें ही हैंगरी कहते हैं.
हमारे शरीर की सारी मुख्य गतिविधियों के पीछे हमारे शरीर में बनने वाले हार्मोन का काम होता है, क्योंकि अगर इनका उत्पादन ना हो तो अकेला शरीर कुछ भी नहीं कर सकता.
बाहर से मजबूत दिखने वाला हमारा शरीर बिना हार्मोन के सूख जाएगा. शरीर की क्रियाओं में मददगार इन्हीं हार्मोंस में Cortisol नाम का एक हार्मोन पाया जाता है इसे स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है.
इसका उत्पादन तब शुरू होता है जब हमें कोई बात पसंद नहीं आती या हमारे सामने कुछ ऐसा घटित हो रहा होता है जिससे हम नकारात्मक रूप से प्रभावित होते हैं.
अपमान होने पर भी यह हार्मोन हमारे विचारों को गुस्से के माध्यम से बाहर लाने का प्रयास करता है और हमें अचानक गुस्सा आ जाता है.