जानें शादी के बाद महिलाएं क्यों पहनती हैं मंगलसूत्र
मंगलसूत्र को किसी भी औरत के सोलह श्रृंगार में से एक माना जाता है. इसलिए शादी के वक्त हर दुल्हन को मंगलसूत्र पहनाया जाता है.
हिंदू धर्म में मंगलसूत्र को एक खास जगह दी गई है. आइए जानते हैं हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए मंगलसूत्र की खासियत के बारे में.
मंगल सूत्र सोलह श्रृगांर का हिस्सा होता है. मंगल का मतलब होता है पवित्र और सूत्र का मतलब होता है धागा. यानी मंगल सूत्र एक पवित्र धागा है.
ऐसा माना जाता है कि जब एक महिला मंगलसूत्र पहनती है, तो वह अपने विवाहित जीवन को बाकी सभी लोगों से बचाती है.
मंगल सूत्र पति और पत्नी को जोड़कर रखने का एक जरिया है और इससे पति पर किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आती.
आपने गौर किया होगा कि मंगलसूत्र में 9 मोती होते हैं. यह 9 मोती ऊर्जा के 9 अलग-अलग रूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
ऐसा माना जाता है कि ये एनर्जी पत्नी और पति को किसी भी बुरी ऊर्जा से बचाती हैं.
माना जाता है कि मंगलसूत्र में दैवीय शक्तियां होती हैं. सोना और काली मोतियां पति-पत्नी को किसी भी बुरी शक्ति से बचाती है.
ऐसा कहा जाता है कि जब एक महिला हर रोज मंगलसूत्र पहनती है तो वह अपने पति के साथ अपने रिश्ते को हर बुराई से बचाने का काम करती है.
ज्योतिष के अनुसार हरी चूड़ियों के दान से बुध देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सुहागिन महिलाओं को पुण्यफल की प्राप्ति होती है.