बुझे हुए दीपक को फिर जलाना चाहिए या नहीं

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बुझे हुए दीपक को फिर जलाना चाहिए या नहीं, यह परिस्थिति पर निर्भर करता है.

अगर दीपक पूजा-पाठ या शुभ कार्य के दौरान बुझा है, तो इसे पुनः जलाना उचित माना जाता है, क्योंकि यह सकारात्मकता और ऊर्जा का प्रतीक है.

लेकिन कुछ परंपराओं में यह संकेत माना जाता है कि हवा या किसी अन्य कारण से बुझा दीपक अशुभ हो सकता है, इसलिए इसे दोबारा जलाने से पहले विचार करना चाहिए.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, दीपक का बुझना सिर्फ एक संयोग हो सकता है, और इसे फिर से जलाने में कोई बुराई नहीं है.

अगर दीपक तेल खत्म होने या बाती जल जाने के कारण बुझा है, तो इसे ठीक करके जलाना आवश्यक हो सकता है.

धार्मिक मान्यताओं में कई मतभेद हैं, लेकिन अंततः भावनाओं और मान्यताओं के आधार पर निर्णय लिया जाता है.

कई लोग इसे एक संकेत मानते हैं और नए दीपक को जलाने की सलाह देते हैं.

वहीं, कुछ परंपराओं में यह भी कहा जाता है कि अगर दीपक स्वयं बुझ जाए, तो उसे फिर से जलाकर घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखनी चाहिए.

यह पूरी तरह व्यक्ति की सोच, धार्मिक मान्यता और परंपराओं पर निर्भर करता है.

नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.