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मिलेट्स को छद्म अनाज कहा जाता है. ये दो तरह के होते हैं- मोटा दाना और छोटा दाना. बता दें कि अनाजों को पॉजिटिव और न्यूट्रल, दो केटेगरी में बांटा जाता है.
पॉजिटिव मिलेट्स में फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी), बर्नयार्ड मिलेट (सांवा), कोदो मिलेट, लिटिल मिलेट (कुटकी) और ब्राउन टॉप (मुरात) आते है.
पॉजिटिव मिलेट्स को चमत्कारी अनाज माना जाता है, इसीलिए उन्हें सिरी धान्य मिलेट्स कहते हैं. न्यूट्रल मिलेट्स में बाजरा, रागी, मक्का, ज्वार आदि आते है.
मिलेट्स खाने के कई फायदे है, जैसे ये इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, स्किन-हेयर से लेकर पाचन और ब्लड शुगर संबंधी परेशानियों में मिलेट्स मददगार होते हैं.
मिलेट्स में विटामिन-बी-3 मौजूद होता है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को बैलेंस रखता है.
बाजरा सर्दियों के लिए पौष्टिक आहार माना जाता है. यह शरीर में गर्माहट भी बरकरार रखता है. इसमें मौजूद तत्व जैसे फाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन्स शरीर में स्फूर्ति लाते हैं.
मिलेट्स टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज की समस्या के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है. डायबिटीज मरिज़ों की शुगर कंट्रोल करने में मिलेट्स का सेवन बेहद असरदार होता है.
मिलेट्स खाने से डायबिटीज मरीजों का वजन कंट्रोल रहता है और दिल के रोगों का खतरा भी कम रहता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक जरूरत से ज्यादा मिलेट्स खाना भी हमारे लिए हानिकारक साबित हो सकता है. क्योंकि मिलेट्स में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो आपके शरीर में पानी की मात्रा कम कर सकता है.
मिलेट्स का सेवन आप उनके आटे के रूप में भी कर सकते है और उसे ग्रेन के रूप में भी खा सकते है. ध्यान रखने वाली बात यह है कि आप मिलेट्स की बैलेंस्ड मात्रा खाएं.