सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे आत्मविश्वास के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करें और उसमें सफलता हासिल करें. लेकिन जाने-अनजाने में उनसे कुछ गलतियां होती हैं, जो बच्चों के लिए ठीक नहीं हैं.
पैरेंट्स की कुछ गलतियों की वजह से बच्चों का कॉन्फिडेंस कम होता है. चलिए आपको बताते हैं कि वो कौन सी गलतियां हैं, जिसे करने से पैरेंट्स को बचना चाहिए.
बच्चों की शारीरिक बनावट को लेकर हमेशा निगेटिव टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. जैसे उनके रंग, वजन, ऊंचाई को लेकर पैरेंट्स को मजाक में भी बार-बार नहीं बोलना चाहिए.
पैरेंट्स के निगेटिव टिप्पणियों का बच्चों के आत्मविश्वास पर गहरा असर पड़ता है. उनका कॉन्फिडेंस कमजोर होने लगता है और बच्चे चुनौतियों का सामना करने से कतराने लगते हैं.
बच्चों को बार-बार पढ़ाई को लेकर ताना भी नहीं देना चाहिए. इससे उनका मनोबल कमजोर होता है. बच्चों को पढ़ाई को लेकर समझाना चाहिए.
पढ़ाई को लेकर पैरेंट्स को अपने बच्चे की दूसरे बच्चों के साथ तुलना नहीं करनी चाहिए. इससे बच्चे हतोत्साहित होते हैं और ये उनकी प्रगति में बाधा बन सकता है.
अगर बच्चे रो रहे हैं या अपनी भावनाओं को बता रहे हैं तो उनके खिलाफ टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. जैसे लड़कियों की तरह क्यों रोते हो? इस तरह के बयान बच्चों में रूढ़िवादिता को मजबूत करते हैं.
बच्चों के मोटापा को लेकर बार-बार ताना नहीं देना चाहिए. इसकी जगह उनको हेल्दी फूड खाने को देना चाहिए. बार-बार ताना देने से उनका कॉन्फिडेंस कम होता है.
अगर आपका बच्चा किसी विपरीत लिंग के बच्चे से दोस्ती करता है तो उसे चिढ़ाना नहीं चाहिए. ऐसा करने से बच्चा अकेलापन और अलगाव की भावनाओं से घिर सकता है.