हर एक समय महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में किस समय क्या करना चाहिए इसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है.
ऐसे में शाम के समय गोधूलि बेला का महत्व काफी ज्यादा है.
(फोटो क्रेडिट: पिक्साबे)
गोधूलि बेला के समय जो भी काम किए जाते हैं वो काफी शुभ होते हैं.
(फोटो क्रेडिट: पिक्साबे)
यह वह समय होता है कि जब सूर्य ढल रहा होता है.
(फोटो क्रेडिट: पिक्साबे)
शाम के 5 से 7 बजे का समय गोधूलि बेला माना गया है.
कहा जाता है कि जब शाम को गाय चारा चरने के बाद घर वापस आती है तो उनके पैरों से धूल उड़ती है. इस धूल से सूरज की लाली ढक जाती है. इसे ही गोधूलि कहा जाता है.
गोधूलि बेला में कुछ काम हैं जो नहीं करना चाहिए.
(फोटो क्रेडिट: पिक्साबे)
गोधूलि बेला में कभी उधार नहीं देना चाहिए. इससे लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
कोई अगर दूध या दही मांगने आए तो वह गोधूलि बेला में नहीं देना चाहिए.
गोधूलि बेला में तुलसी को नहीं छूना चाहिए और न ही जल चढ़ाना चाहिए.
बच्चे को गोधूलि बेला में पढ़ाई करने के लिए भी नहीं कहना चाहिए.