इन गांवों में लोग आज भी बोलते हैं संस्कृत

By: Shivanand Shaundik

जब भी संस्कृत की बात होती है तो आपको धार्मिक कार्यक्रमों में बोले जाने वाले मंत्र या कोई पंडित जी याद आते होंगे.

दरअसल, होता क्या है कि अक्सर हमें सिर्फ पंडित जी के मंत्रों में ही संस्कृत सुनाई देने को मिलती है. इसके अलावा संस्कृत का इस्तेमाल आम जीवन में काफी कम है.

ऐसे में जानते हैं कि वो कौन-कौन सी जगह हैं, जहां लोग आम बोलचाल में भी संस्कृत में ही बात करते हैं. 

मुत्तुरु ग्राम कर्नाटक के शिमोगा शहर से लगभग 10 किमी.दूर है. तुंग नदी के किनारे बसे इस ग्राम में संस्कृत प्राचीन काल से ही बोली जाती है.

मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के मोहद ग्राम की आबादी लगभग 3500 है. यहाँ भी एक हजार से अधिक लोग संस्कृत में वार्तालाप करते हैं.

गनोडा ग्राम अनुसूचित जनजाति का गाँव माना जाता है और राजस्थान के बाँसवाड़ा जिले में स्थित है. इस ग्राम में संस्कृत धीरे-धीरे सबकी जीवनशैली का अंग बनती जा रही है.

मध्य प्रदेश के झिरी गाँव में सही अर्थों में संस्कृत जन-जन की भाषा बन चुकी है. इन ग्रामों में लगभग 95 प्रतिशत लोग संस्कृत में ही वार्तालाप करते हैं.