हमारी तरह जानवरों को भी ठंड लगती है. ऐसे में यदि घर में पेट डॉग है तो उसे अधिक देर तक बाहर न घुमाएं. डॉग के पंजे, कान, पूंछ ठंडी हवाओं के प्रति संवेदनशील होते हैं.
अपने डॉग को गर्म कपड़े में लपेट कर रखें. उन्हें बाहर ले जाते समय वूलेन कपड़े पहनाएं ताकि उन्हें ठंड न लगे.
पेट डॉग के लिए डॉगहाउस बना रखा है तो उसके दरवाजे को शॉल से ढक दें. थोड़ी सी जगह खुली छोड़ दें, जिससे वह सांस ले सके.
ठंड के मौसम में भूलकर भी फरी डॉग के बालों को शेव न करें. क्योंकि ये फर ही इन्हें नेचुरल तरीके से गर्म रखते हैं.
नहलाने के तुरंत बाद अपने पालतू कुत्ते को बाहर न ले जाएं. तापमान और क्षेत्र के अनुसार उन्हें नहलाने के लिए गर्म या गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करें.
ठंड के मौसम में आप अपने पेट डॉग को कभी भी फर्श पर न सोने दें. लगातार ठंडे फर्श के संपर्क में आने से वह बीमार पड़ सकता है. वॉर्म रखने के लिए वॉर्म बेड फ्लोर पर बिछाएं.
अपने पेट डॉग को हर दो से तीन घंटे में पानी पीने के लिए दें. पीना बहुत ठंडा न हो, इसका ध्यान जरूर रखें.
ठंड के कारण डॉग सुस्त, आलसी हो सकते हैं. ऐसे में उसकी शारीरिक एक्टिविटी को ध्यान में रखकर ही डाइट दें.
यदि आपका डॉग सुस्त दिख रहा है, खा-पी नहीं रहा है तो पेट डॉक्टर के पास जरूर ले जाएं. उसके डेली रूटीन पर गौर करें. कुछ भी अजीब सा लगे तो हेल्थ चेकअप कराएं.