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मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा या चर्च में- धार्मिक स्थलों पर शांति बनाए रखना सम्मान का प्रतीक होता है.
पुस्तकालय में- यहां लोग पढ़ाई और रिसर्च में लगे होते हैं, इसलिए चुप रहना जरूरी है.
अस्पताल में- मरीजों को आराम की जरूरत होती है, इसलिए यहां ऊंची आवाज में बात करने से बचें.
शव यात्रा या अंतिम संस्कार में- यह शोक का समय होता है, इसलिए सम्मानपूर्वक मौन रहना चाहिए.
कोर्टरूम में- न्यायालय में अनुशासन और मर्यादा बनाए रखने के लिए चुप रहना आवश्यक होता है.
बैठकों (Meetings) में- जब सीनियर या कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति बोल रहा हो, तो बिना जरूरत बोलने से बचें.
यात्रा के दौरान (Train, Flight, Bus)- सह-यात्रियों को आराम देने के लिए तेज आवाज में बात करने से बचें.
किसी की निजी बातचीत के दौरान- दूसरों की बातें सुनकर बीच में बोलना अशिष्टता मानी जाती है.
गंभीर स्थितियों में (Emergency या संकट के समय)- घबराने और अफवाह फैलाने के बजाय शांत रहना ही सही होता है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.