पति-पत्नी के बीच क्यों जरूरी है झगड़ा

पति-पत्नी के बीच अगर झगड़ा होता है तो इसका मतलब यहीं होता है कि उनके बीच रिश्ते में सबकुछ ठीक नहीं है. 

पति-पत्नी के बीच होने वाली बहस या झगड़ों को अगर दूसरे ऐंगल से देखा जाए, तो ये असल में उन्हें दूर करने की जगह करीब ले आते हैं. 

साथी ने कुछ कहा और आपको अच्छा नहीं लगा? ये दिखाता है कि आपको इससे फर्क पड़ता है कि आपका पार्टनर आपके बारे में क्या सोचता है? हम किसी स्थिति में तभी कोई रिएक्शन नहीं देते हैं, जब हमें उससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा हो.

ये दिखाता है कि आपको परवाह है

गुस्से में इंसान दिल की भड़ास खुलकर निकाल देता है. शादीशुदा जीवन की बात करें तो, कपल्स अक्सर शांति बनाए रखने के लिए चीजों को मन में दबाकर चलते जाते हैं. लेकिन खुलकर बात करने से समझ अच्छी होती है.

दिल की बातें आती हैं सामने

क्वॉलिटी आर्ग्युमेंट कपल्स को करीब लाता है. बातों को मन में रखने की जगह जब उन पर बात होती है, तो मुद्दे सुलझाने में मदद मिलती है. ये रिश्ते में कड़वाहट नहीं घुलने देता.

कड़वाहट नहीं ले पाती रिश्ते में जगह

​कपल के बीच में जब बहस होती है और बाद में दोनों मिलकर चीजों को सुलझाते हैं, तो ये उनके बीच के रिश्ते को और मजबूती देता है.

विश्वास को बढ़ाता है

इतना ही नहीं बल्कि उनके बीच का आपसी विश्वास भी बढ़ जाता है.

झगड़े के दौरान व्यक्ति का असली नेचर सामने आता है. उसकी भावनाएं भी अनफिल्टर्ड तरीके से व्यक्त होती हैं.

एक-दूसरे को समझने में मदद

ये चीज कपल को एक-दूसरे के वास्तविक व्यवहार को समझने में मदद करती है.