जब भी शादी की चर्चा होती है तो सभी बातों का ध्यान रखा जाता है.
इसमें सबसे जरूरी पहलू होता है पार्टनर्स के बीच का एज गैप.
दोनों के बीच अगर उम्र का फासला ज्यादा या कम होता है तो अक्सर एक दूसरे को समझने में दिक्कत होती है.
कहा जाता है कि हमेशा लड़के की उम्र लड़की की उम्र से ज्यादा होनी चाहिए.
जरूरी है कि पार्टनर्स के बीच उम्र का फासला 5 से 7 साल तक होना चाहिए.
एक स्टडी कहती है कि अगर पार्टनर्स के बीच का एज गैप 1 साल है तो तलाक होने की गुंजाइश 3 फीसदी होती है.
अगर कपल्स के बीच में उम्र का फासला 5 साल है तो तलाक होने की गुंजाइश कम होती है.
लड़के और लड़कियों की सोच में काफी अंतर होता है. ऐसे में एक दूसरे की बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है.
इसका कारण है कि लड़की जल्दी मैच्योर होती है जबकि लड़का थोड़ा लेट मैच्योर होता है.