हिन्दू धर्म में घर के मंदिर में दीपक प्रज्जवलित करना बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. दीपक की लौ को बहुत ही पावन और पवित्र माना गया है.
सभी धार्मिक अनुष्ठानों में और प्रत्येक रीति रिवाज में दीपक जलाना शुभ माना जाता है.
लेकिन क्या आपको पता है कि दीपक जलाने के भी कुछ नियम होते हैं जिनका सबको ध्यान रखना चाहिए.
घर के मंदिर में घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है. हालांकि, बहुत से लोग तेल का दीपक भी जलाते हैं.
अगर आप तेल का दीपक जलाते हैं तो आपको खड़ी लंबी बत्ती का इस्तेमाल करना चाहिए.
वहीं, घी का दीपक जलाते समय फूल बत्ती का इस्तेमाल करें और दीपक की बत्ती की दिशा हमेशा भगवान की तस्वीर के ठीक सामने होनी चाहिए.
दीपक की बत्ती की दिशा दक्षिण की तरफ न रखें. दीपक की बत्ती रुई की होनी चाहिए. इस बत्ती को ज्यादा शुभ माना जाता है.
कभी भी मंदिर में खंडित दिया नहीं जलाना चाहिए. खासकर मिट्टी का दिया इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि यह कहीं से भी खंडित न हो.
ऐसा माना जाता है कि घी का दीपक भगवान को समर्पित करने के लिए जलाया जाता है, वहीं तेल का दीपक अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए जलाया जाता है.