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माइक्रो चीटिंग एक ऐसा व्यवहार है जिसमें आप अपने पार्टनर के साथ रहते हुए भी किसी और में दिलचस्पी लेने लगते हैं.
यह शारीरिक धोखे से अलग, लेकिन भावनात्मक और मानसिक स्तर पर धोखा देने जैसा होता है.
अगर आप किसी और के साथ छिपकर चैटिंग करते हैं या अपनी बातचीत को पार्टनर से छुपाते हैं, तो यह माइक्रो चीटिंग हो सकती है.
सोशल मीडिया पर किसी खास व्यक्ति की प्रोफाइल बार-बार चेक करना या उनके पोस्ट्स पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देना भी इसका संकेत हो सकता है.
किसी और के साथ इमोशनल बॉन्डिंग बनाना और पार्टनर से ज्यादा उस व्यक्ति पर भरोसा करना भी माइक्रो चीटिंग का एक रूप है.
यदि आप अपने पार्टनर से अपनी दोस्ती या बातचीत के बारे में झूठ बोलते हैं, तो यह रिश्ते के लिए खतरनाक हो सकता है.
बार-बार किसी खास व्यक्ति की तारीफ करना और उनकी तुलना अपने पार्टनर से करना भी माइक्रो चीटिंग का संकेत है.
ऑफिस या सोशल सर्कल में किसी से खास रिश्ता बनाकर, लेकिन उसे सिर्फ दोस्ती कहकर छिपाना भी इसी श्रेणी में आता है.
अगर आप अपने फोन और मैसेज को हमेशा प्राइवेट रखते हैं और पार्टनर से छिपाने की कोशिश करते हैं, तो सतर्क हो जाएं.
एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए पारदर्शिता और ईमानदारी जरूरी है, इसलिए किसी भी माइक्रो चीटिंग व्यवहार से बचें.