भारत में सदियों से लोग खुले आसमान के नीचे सोना पसंद करते आ रहे हैं.
भारत में ऐसे लोगों की संख्या बहुत बड़ी है, जो लाइट की सुविधा होने के बावजूद छत पर सोना पसंद करती है.
गांव के लोग आज भी प्रकृति के संपर्क में रहना पसंद करते हैं और छतों पर या खुले आसमान के नीचे सोना उन्हें अच्छा लगता है.
बीते कुछ दशकों में काफी कुछ बदल गया, लेकिन कुछ लोग आज भी पंखे, कूलर या एसी में सोने से परहेज करते हैं और खुले आसमान के नीचे सोने को तरजीह देते हैं.
छत पर सोने से आप खुद को प्रकृति के नजदीक पाते हैं और खुली हवा में सांस लेते हैं.
जैसे-जैसे रात बितती है और भोर होने लगती है तो मौसम भी ठंडा होने लगता है.
आपको फ्रेश एयर मिलती है. मानसिक शांति मिलती है. आप अपने भीतर सुकून महसूस करते हैं.
गर्मी के मौसम में छत पर सोने से पहले छत को पानी से धो लें या अपनी सोने वाली जगह पर ठंडे पानी का छिड़काव कर लें. इससे गर्म जमीन का तापमान गिर जाएगा.