डॉक्टरों के अनुसार किशोरावस्था में शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण बाल झड़ने की समस्या हो सकती है.
मानसिक तनाव बढ़ने से भी हेयर फॉल होता है. अगर आप बाल झड़ने की समस्या से बचना चाहते हैं तो तनाव को खुद से दूर रखें.
अगर आप ज्यादा एंटी-एक्ने, एंटीबायोटिक और एंटीडिप्रेसेंट की दवा लेते हैं तो आपके बाल तेजी से झड़ सकते हैं. ज्यादा दवाइयों के सेवन नहीं करें.
बालों को कलर करना, पर्मिंग, स्ट्रेटनिंग और बालों को बार-बार रिलैक्स करना भी बालों के झड़ने का कारण हो सकता है.
शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी आपके बाल झड़ सकते हैं.
ट्रिचोटिलोमेनिया की समस्या होने पर व्यक्ति अपने बालों को खींचने लगता है. जिसकी वजह से स्कैल्प पर गंजे पैच बन जाते हैं.
एंड्रोजेनिक एलोपेसिया पुरुषों और महिलाओं दोनों में होता है. एंड्रोजेनिक एलोपेसिया होने पर पुरुषों के सिर के बाल आगे की तरफ से झड़ने लगते हैं.
एंड्रोजेनिक एलोपेसिया से महिलाओं की स्कैल्प में पूरे सिर के बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं.