असली बनारसी साड़ी कैसी होती है?

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साड़ियों में सबसे खास मानी जाती है बनारसी साड़ी. लोग बाजार से इसे खरीदने में खूब पैसे खर्च करते हैं.

हालांकि बाजार में बहुत सी ऐसी जगह होती हैं जो नकली बनारसी साड़ियां बेचते हैं. ऐसे में हमारा असली और नकली बनारसी साड़ी की पहचान करना बेहद जरूरी है.

तो चलिए हम आपको बताते हैं कि नकली बनारसी साड़ी की पहचान कैसे करें.

बता दें कि बनारसी साड़ी का इतिहास लगभग 2000 साल पुराना है. इसका कच्चा माल बनारस में मिलता है.

 इन्हें उत्तर प्रदेश के बनारस, जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली और मिर्जापुर में बनाया जाता है.

अगर आपको असली बनारसी साड़ी की पहचान करनी है तो बता दें कि बनारसी सिल्क साड़ी का पल्लू 6 से 8 इंच लंबा होता है.

इसके अलावा बनारसी साड़ी की बॉर्डर और पल्लू पर बारीक सिल्क के धागों से कारीगरी होती है, जो चमकदार होती है.

असली बनारसी साड़ी में जरदोजी का काम सोने और चांदी के सूत से किया जाता है.

वहीं असली बनारसी साड़ियों के बॉर्डर और पल्लू में एक हाथ से ही कढ़ाई की जाती है.