(Photos: Unsplash/AI)
हिन्दू धर्म में तुलसी खास महत्व रखती है. घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख-शांति आती है.
इसे मां लक्ष्मी का रूप भी माना जाता है. वहीं पूजा के साथ तुलसी आयुर्वेद में भी कई तरह से काम आती है.
कई लोग तुलसी की माला में भी पहनते हैं. इसे बहुत पवित्र माना जाता है.
जो भी व्यक्ति इस पवित्र माला को पहनता है उसे कुछ नियमों का पालन करना होता है. तो चलिए जानते हैं कि तुलसी की माला पहनने के नियम.
तुलसी की माला पहनने से पहले भगवान विष्णु के सामने रख कर इसकी पूजा गंगाजल से करना चाहिए.
जो भी व्यक्ति इस माला को पहनता है उसे सात्विक भोजन ही करना चाहिए. मांस, शराब, लहसुन, प्याज इन सब को त्याग देना चाहिए.
अगर आपने तुलसी माला एक बार पहन ली है तो इसे बार-बार नहीं उतारना चाहिए.
तुलसी की माला हमेशा गले में ही धारण करें. इसे हाथ में धारण नहीं करना चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार, अगर आप तुलसी माला धारण कर रहे हैं तो रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. ये काफी अशुभ माना जाता है.
बता दें कि, तुलसी माला पहनने से मानसिक और स्वास्थ्य में लाभ होने के साथ मान की शांति और पॉजिटिव एनर्जी आती है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.