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रमज़ान एक ऐसा समय होता है जब दुनियाभर में मुस्लिम समाज के लोग रोज़ा रखते हैं और दिनभर भूखे रहते हैं.
सूरज उगने से लेकर सूरज ढलने तक वे कुछ नहीं खाते-पीते. लेकिन कई लोग एक फिट लाइफस्टाइल अपनाने के लिए जिम जाना भी पसंद करते हैं.
क्या हो अगर कोई इंसान रोज़ा रखकर ही जिम जाए और वर्कआउट करे?
दरअसल इसका असर आपके शरीर पर कई तरीकों से पड़ सकता है.
1. एनर्जी लेवल पर असर रोज़े के दौरान आप लंबे समय तक बिना खाए-पिए रहते हैं. इससे शरीर में एनर्जी का स्तर कम हो जाता है.
जब आप जिम में वर्कआउट करेंगे, तो शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होगी, लेकिन सीमित ऊर्जा उपलब्ध होने के कारण जल्दी थकान महसूस हो सकती है.
2. पानी की कमी (Dehydration) रमजान में खासकर गर्मी के मौसम में पानी की कमी एक बड़ी समस्या हो सकती है. वर्कआउट में बहुत पसीना बहता है तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है.
इससे आपको कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
3. खाली पेट वर्कआउट करने से शरीर फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल कर सकता है. इससे फैट लॉस की प्रक्रिया तेज हो सकती है.
लेकिन अगर सही डाइट और रिकवरी नहीं ली गई तो शरीर मांसपेशियों को भी तोड़ सकता है, जो नुकसानदायक हो सकता है.
इसलिए बेहतर है कि आप रोज़ा रखकर वर्कआउट करने से बचें. सेहरी से पहले या इफ्तार के बाद ही जिम जाएं और वर्कआउट करें.