(Photo Credit: Social Media/Pexels)
मोटापे से परेशान लोगों को घी कम मात्रा में या बिल्कुल नहीं खाना चाहिए, क्योंकि यह हाई-कैलोरी फूड है और वजन बढ़ा सकता है.
हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल के मरीजों को घी से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट होता है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है.
लीवर से जुड़ी समस्याओं (फैटी लिवर, हेपेटाइटिस) से ग्रसित लोगों को घी कम खाना चाहिए, क्योंकि यह पाचन पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है.
पाचन तंत्र कमजोर होने पर, खासकर एसिडिटी या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) से पीड़ित लोगों को घी से बचना चाहिए.
डायबिटीज के मरीजों को अधिक घी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि यह वजन बढ़ाने और ब्लड शुगर नियंत्रण में दिक्कत पैदा कर सकता है.
स्किन पर बार-बार फुंसी या मुहांसे होने वालों को घी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्म तासीर का होता है.
गॉल ब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी) से पीड़ित लोगों को घी से बचना चाहिए, क्योंकि यह बाइल फ्लो को प्रभावित कर सकता है.
ऑयली स्किन वाले लोगों को ज्यादा घी खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में तेलीयता बढ़ाकर स्किन प्रॉब्लम्स पैदा कर सकता है.
जिन्हें बार-बार खांसी या बलगम की समस्या होती है, उन्हें घी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह कफ बढ़ा सकता है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.