दिल और दिमाग में किसकी सुनें इसको लेकर हमेशा युद्ध चलता रहता है.
अलग-अलग मौकों पर दिल कुछ और कहता है तो दिमाग कुछ और.
दरअसल, दिल का काम धड़कना होता है और दिमाग का काम सोचना.
ऐसे में दिल को हेल्दी रखने के लिए दिमाग की सेहत अच्छी रखनी जरूरी है.
दिल और दिमाग दोनों का महत्व है और दोनों का संतुलन जिंदगी में बहुत जरूरी है.
दिल या दिमाग किसकी सुनें ये इसपर निर्भर करता है कि आपके सामने क्या परिस्थिति है.
जब बात भावनाओं यानि फीलिंग्स को हो तो हमेशा दिल की सुनें.
दिल से सुनना आपको आपकी आत्मा की आवाज सुनने में मदद कर सकता है.
जबकि अगर बात बुद्धि, तार्किकता, और विचारशीलता की हो तो दिमाग की सुनें.
दिमाग से सुनना आपको विचारशीलता और तर्क के आधार पर निर्णय लेने में मदद कर सकता है.
हालांकि, आपको अपने दिल और दिमाग दोनों का सम्मान करना चाहिए और दोनों की सुननी चाहिए.