शास्त्रों में पैर छूने को सदाचार का प्रतीक माना जाता है. जब आप पैर छूते हैं, तो यह आपकी विनम्रता को दर्शाता है.
लेकिन शास्त्रों में कुछ लोगों का पैर छूना वर्जित माना गया है.
1. लेटे या सोए हुए व्यक्ति के पैर नहीं छूने चाहिए. केवल मरे हुए व्यक्ति के पैरे छुए जाते हैं.
2. दामाद को कभी भी ससुर के पैर नहीं छूने चाहिए.
3. एक सन्यासी को किसी के पैर नहीं छूने चाहिए.
4. मंदिर में किसी व्यक्ति के पैर नहीं छूने चाहिए. इससे देव प्रतिमा का अपमान होता है.
5. भांजे को मामा के पैर नहीं छूने चाहिए.