जहां भी एक से ज्यादा लोग जुटते हैं गॉसिप का सिलसिला अपने-आप शुरू हो जाता है.
गॉसिप में अक्सर अन्य लोगों के जीवन के बारे में कहानियां शामिल होती हैं.
ऑफिस हो या घर हो या किसी भी जगह लोग चाहकर भी गॉसिप करने से खुद को रोक नहीं पाते.
कुछ लोगों की ये आदत बन जाती है और वो अपना महत्वपूर्ण काम छोड़कर भी गॉसिप करने से बाज नहीं आते.
लेकिन क्या आपने कभी इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश की है कि आखिर लोग गॉसिप करते क्यों हैं ?
बॉरिंग लाइफ
जब अकेलेपन से जिंदगी में बोरियत बढ़ जाती है तो लोग दूसरों की जिंदगी के बारें में बातें करके अपने जीवन में मनोरंजन करते हैं. गॉसिप के केंद्र में रहने वाले व्यक्ति के बारे में वो अच्छी बातें भी हो सकती है और बुरी भी.
कमी को छिपाने के लिए
कई बार लोग अपनी गलतियों को छिपाने के लिए गॉसिप का सहारा लेते हैं. ताकि लोग उनकी कही बातों को ही सच मान ले.
गॉसिप करने के पीछे एक बड़ा कारण लोगों में जलन की भावना भी है. लोग सामने वाले को जिंदगी में आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहते. इसलिए उनके बारे में पीठ पीछे बात करके बुराईयां करते हैं.
जलन की भावना
लोगों में संवेदनशीलता की कमी भी इसका एक कारण है. जो लोग दूसरों के बारे में गॉसिप करते हैं उन्हें अंदाजा नहीं होता कि पीठ पीछे की जाने वाली गॉसिप के बारे में जब उन्हें पता चलेगा तो कितना दुख पहुंचेगा.
संवेदनशीलता की कमी
लोग सामने वाले को नीचा दिखाने के लिए भी गॉसिप करते हैं. इस तरह का गॉसिप अक्सर किसी से मनमुटाव होने के बाद होता है.
दूसरों को नीचा दिखाने के लिए