अक्सर घर के बड़े बच्चों को पैर छूने को कहते हैं.
भारतीय घरों में बड़ों के पैर छूने को अच्छे संस्कार माना जाता है.
हिंदू धर्म में पैर छूने को धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा माना जाता है.
पैरों को छूने के कई कारण बताए गए हैं. यह अलग-अलग हिंदू अवसरों और पूजाओं के दौरान होता है.
पैरों को छूना आशीर्वाद देने और संवाद के रूप में देखा जाता है.
किसी भी उम्र में बड़े व्यक्ति, गुरु, भगवान, पूज्य व्यक्ति के पैर छुए जा सकते हैं.
कुछ हिंदू लोगों का विश्वास है कि पैर छूने से व्यक्ति के कर्म अच्छे होते हैं और आने वाले जन्म में उसे फायदा मिलता है.
पैरों को छूने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
कुछ रिश्तों में और धार्मिक परंपराओं में, गुरु अपने शिष्यों के पैरों को छूने के माध्यम से आशीर्वाद देते हैं और उन्हें धार्मिक ज्ञान और शिक्षा प्रदान करते हैं.