रात में देखे सपने क्यों भूल जाते हैं?

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हम अक्सर रात में देखे सपने भूल जाते हैं. इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं. यहां हम आपको ऐसी ही वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं. 

जब हम सोते हैं, तो हमारा दिमाग जागने की तुलना में अलग तरीके से काम करता है, जिससे सपनों को याद करने की हमारी शक्ति कमजोर हो जाती है.

गहरी नींद में देखे गए सपने अक्सर याद नहीं रहते, क्योंकि हमारा उस समय आराम कर रहा होता है.

सपने ज्यादातर रैपिड आई मूवमेंट नींद में आते हैं, और इस अवस्था से जागने पर सपने जल्दी भूल जाते हैं.

जब हम जागते हैं, तो हमारा दिमाग तुरंत दैनिक काम और विचारों में बिजी हो जाता है, जिससे सपने धुंधले हो जाते हैं.

हमारा दिमाग सपनों को ज्यादा महत्व नहीं देता है. इसलिए उन्हें सहेज कर नहीं रखता.

ब्रेन का हिप्पोकैम्पस हिस्सा, जो यादों को सहेजता है, नींद के दौरान पूरी तरह सक्रिय नहीं होता, जिससे सपनों की यादें बाद तक बनी नहीं रह पातीं.

सपने भूलना एक जैविक प्रक्रिया हो सकती है जिससे दिमाग नए अनुभवों और जानकारियों के लिए जगह बना सके.

तनाव और थकान की वजह से भी दिमाग को सपनों को सहेजने में परेशानी हो सकती है.

कई बार सपने बहुत ही अजीब और अस्पष्ट होते हैं, जिससे उन्हें याद रखना मुश्किल हो जाता है.

इन कारणों के चलते, ज्यादातर लोग अपने सपनों को जल्दी भूल जाते हैं.