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हिन्दू धर्म में किसी भी पूजा-पाठ में नारियल चढ़ाना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. कहा जाता है कि इसके बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं होती.
नारियल एक फल है जिसको बहुत पवित्र माना गया है. किसी भी शुभ काम की शुरुआत नारियल को फोड़ कर ही की जाती है. ये परंपरा सदियों से चली आ रही है.
लेकिन क्या आप ये बात जानते हैं कि आखिर महिलाएं नारियल क्यों नहीं फोड़ती है. चलिए हम आपको बताते हैं.
शास्त्रों के अनुसार, यदि कोई महिला नारियल फोड़ती है तो इसका नकारात्मक प्रभाव उसके गर्भाशय पर पड़ सकता है.
कहा जाता है कि, पृथ्वी पर पहली बार फल के रूप में भगवान विष्णु ने नारियल माता लक्ष्मी जी के साथ भेजा था.
नारियल को फोड़ना बीज को फोड़ने के समान है. माता लक्ष्मी का अधिकार नारियल पर होता है जिसके कारण महिलाओं का नारियल फोड़ना निषेध माना जाता है.
ऐसा माना जाता है कि महिलाएं एक बीज के रूप में ही संतान को पैदा करती हैं.
महिलाएं संतानों को जन्म देती हैं जिसके कारण इस संसार का चक्र निरंतर चलता रहता है. यही वजह है कि उनको भूलकर भी नारियल नहीं फोड़ना चाहिए.
फिर भी अगर कोई महिला अगर नारियल फोड़ती है तो इसका दुष्प्रभाव संतान पर पड़ता है.