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व्यक्ति जब जागता रहता है तो उसका भौतिक शरीर काम करता है और जब सोता है तो उसका मन काम करता है.
सोते समय व्यक्ति को देखकर उसकी आंतरिक स्थिति को समझ सकते हैं. साथ ही यह भी जान सकते हैं कि उसका वर्तमान समय कैसा है.
व्यक्ति की राशि के बारे में ठीक-ठीक अंदाजा भी लगा सकते हैं. सोने के तरीकों में बदलाव से मन बहुत हद तक बदल भी सकते हैं.
अगर कोई करवट लेकर सोता है और सिकुड़ा रहता है तो यह बताता है कि वह शनि या शुक्र प्रधान व्यक्ति है. जिन लोगों को प्रेम संबंधों में समस्या हो उन्हें सिकुड़कर सोने से बचना चाहिए.
कोई पलंग पर पूरी तरह फैल कर और हाथ पैर बिखेर कर सोता है तो यह बताता है कि वह मंगल या सूर्य से प्रभावित है.अगर जीवन में संघर्ष ज्यादा हो तो पलंग पर चैन से सोएं. पलंग पर अधिकार स्थापित न करें.
अगर कोई बिल्कुल सीधा होकर सोता है और ज्यादा बदलाव नहीं होता तो यह बताता है कि व्यक्ति सूर्य और शनि से मिश्रित प्रभाव रखता है. अगर स्वास्थ्य में लगातार समस्याएं रहती हों तो करवट लेकर सोया करें.
अगर किसी को सोने के लिए सहारा चाहिए तो यह बताता है कि व्यक्ति चंद्रमा प्रधान है. ऐसे लोग मन के बड़े अच्छे और बड़े भोले होते हैं. भावनात्मक रूप से कमजोर हैं तो पलंग पर फैलकर सोएं, ढेर सारे तकिए रखें.
अगर किसी को खूब नींद आती हो और मौका मिलते ही सो जाता हो तो ऐसे लोग शुक्र प्रधान व्यक्ति होते हैं. भाग्य और यश हमेशा इनके साथ होता है. खूब धन भी मिलता है.
जो लोग ज्यादा आलसी और लापरवाह हों उन्हें हर समय और हर जगह सोने से बचना चाहिए.