रतन टाटा के जाने के बाद कई लोग उन्हें एक सफल बिजनेसमैन के तौर पर याद करेंगे.
रतन टाटा ने अपनी बायोग्राफी में अपनी सफलता के मंत्रों का भी जिक्र किया है, जिससे हम सभी कुछ न कुछ सीख सकते हैं.
1. लक्ष्य पहचानें, दूर की सोचें: रतन टाटा का मानना था कि एक इंसान को अपने लक्ष्य की पहचान करनी चाहिए और जीवन में बड़े फैसले लेने से पहले दूर की सोच रखनी चाहिे.
2. नैतिकता और ईमानदारी: रतन टाटा मानते थे कि जीवन में कोई भी काम करते हुए नैतिकता और ईमानदारी पर अडिग रहना चाहिए.
3. संकट में साहस: मुश्किल समय में भी साहस और धैर्य बनाए रखना रतन टाटा की कुंजी थी. संकट को हमेशा अवसर में बदलने का प्रयास करना चाहिए.
4. टीमवर्क: एक मजबूत टीम बनाएं और सभी के विचारों और योगदानों को अहमियत दें.
5. इनोवेशन: रतन टाटा हमेशा नई तकनीकों और विचारों के प्रति अपने दिमाग को खुला रखते थे. वह इनोवेशन को अपने कार्य का हिस्सा बनाकर रखते थे.
6. सामाजिक जिम्मेदारी: व्यापार का उद्देश्य केवल लाभ नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी होना चाहिए. यह रतन टाटा का विचार था.
7. शिक्षा और विकास: रतन टाटा निरंतर सीखने और अपने कौशल को सुधारने पर ध्यान देना पसंद करते थे.
8. अभिनव सोच: रतन टाटा अकसर समस्याओं को हल करने के लिए उन्हें एक नए नजरिए से देखना पसंद करते थे.
9. विपरीत परिस्थितियों को गले लगाना: असफलताओं को सीखने के अवसर के रूप में लें और उनसे आगे बढ़ें. यह रतन टाटा की सोच थी.
10. संवेदनशीलता: टाटा अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और समाज के प्रति संवेदनशील पाए जाते थे. मानवता के प्रति आपका दृष्टिकोण ही आपको आगे ले जाएगा.