अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से जुड़ी 10 अनसुनी बातें

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शब्द और भाषा पर काफी अच्‍छी पकड़ थी. विरोधी दल भी उन्हें शांति से सुनता था.

अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति, साहित्य और समाज में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है. आइए जानते हैं अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में 10 रोचक तथ्‍य.

अटल बिहारी वाजपेयी को राम और उनके निकट सहयोगी रहे लालकृष्ण आडवाणी को लक्ष्मण की जोड़ी के रूप में जाना जाता था.

पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार के लिए अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्‍ली से लाहौर के बीच बस सेवा शुरू की. और वे स्वयं उस बस में बैठकर पाकिस्तान गए थे.  

डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के निर्देशन में राजनीति का पाठ पढ़ा. 1975 से 1977 में आपातकाल के दौरान उन्हें बंदी बनाया गया था.

1957 से 1977 जनता पार्टी की स्थापना तक अटल जी बीस वर्ष तक लगातार जनसंघ के संसदीय दल के नेता रहे.

भाजपा में रहते हुए अयोध्या कांड उनके जीवन के लिए हमेशा कलंक रहा. 1999 का कारगिल युद्ध और 2001 में संसद पर हमला उनके कार्यकाल में ही हुआ.

1942 में वे महात्‍मा गांधी द्वारा चलाए गए 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' आंदोलन का हिस्सा बनें. और वे आगरा जेल में करीब 24 दिन तक रहे.

1948 में अटल जी ने वाराणसी में बतौर पत्रकार काम किया था. भाषा व वाणी पर गजब की पकड़ होने के कारण उन्हें सरस्वती पुत्र भी कहा जाता है.

1950 में जब अटल जी और आडवाणी जी एक साथ दिल्‍ली में रहते थे तो अटल जी उन्हें खिचड़ी बनाकर खिलाते थे.

उनके लिए राष्ट्र से बढ़ कर कुछ नहीं था इसीलिए उन्होंने आजीवन विवाह नहीं किया और हमेशा India First के सिद्धांत पर चलते रहे.