झुम्पा लाहिड़ी भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका हैं. उनको सबसे प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार भी मिल चुका है.
झुम्पा की किताब 'इंटरप्रेटर ऑफ मैलाडीज' 9 लघु कहानियों और उनकी पहली किताब का संग्रह है. ये किताब साल 1999 में प्रकाशित हुई थी.
इस किताब को साल 2000 में सबसे प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
झुम्पा लाहिड़ी की सबसे फेमस किताब द नेमसेक साल 2003 में आई थी. इसको न्यू यॉर्कर डेब्यू ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया था.
ये कहानी एक ऐसी भारतीय जोड़े की है, जो अमेरिका में रहता है. उनके अमेरिकी समाज में मिलने-जुलने की कहानी है.
झुम्पा की किताब 'द लोलैंड' साल 2013 में प्रकाशित हुई थी. इस किताब को डीएससी पुरस्कार मिला था. इसे बुकर पुरस्कार के लिए भी चुना गया था.
ये कहानी दो भाइयों उदयन और सुभाष की है, जिनका पालन-पोषण कोलकाता में हुआ. सुभाष अमेरिका चला जाता है और उदयन नक्सली बन जाता है.
झुम्पा की किताब Unaccustomed Earth साल 2008 में प्रकाशित हुई थी. यह लघु कथाओं का संग्रह है.
लाहिड़ी की किताब Whereabouts साल 2018 में इतावली में लिखी गई थी. साल 2021 में इसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया.
इसकी कहानी एक महिला की है, जो पेशे से पत्रकार है और अपने दोस्त के प्रति आकर्षित है.