इतिहास में कई ऐसी बातें हैं जो लोगों को झूठी बताई गई हैं.
जहां एक ओर कुछ झूठ हेरफेर करने के लिए बोले गए तो वहीं कुछ गलतफहमियों के चलते बोले गए.
कई दशकों तक लोग मानते रहे कि पृथ्वी चपटी है, लेकिन ऐसा नहीं है. 21वीं सदी में, अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीरें सामने आई तो लोगों को सच पता चला.
1969 जब पहली बार इंसान चांद पर गए तो कुछ लोग इसे झूठ मान रहे थे. लेकिन इसके बाद कई सबूत दिए गए जिसमें हजारों दस्तावेज और तस्वीरें शामिल थीं. जो लैंडिंग की पुष्टि करती हैं.
अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने की? ऐसा नहीं है. अमेरिका की खोज लेफ्टिंगटन नेपियर द्वारा की गई थी.
ट्रोजन हॉर्स को लेकर कहा जाता है कि ट्रॉय शहर में एंट्री पाने के लिए सैनिकों को उसमें छिपा दिया गया था. लेकिन असल में ऐसा नहीं है, यह केवल एक मिथक है.
चीन की दीवार अंतरिक्ष से नग्न आंखों से नहीं देखी जा सकती. वह केवल दूरबीनों या दूसरे डिवाइस से ही दिखाई देती है.
कुछ-कुछ सालों के गैप पर कहा जाता है कि एक खास तारीख को दुनिया खत्म हो जाएगी. लेकिन ये भविष्यवाणी हमेशा गलत साबित होती है.
नेपोलियन का कद किताबों में छोटा बताया गया है, लेकिन ऐसा नहीं था. नेपोलियन का कद औसत था.