AI के इन खतरों को नजरअंदाज करना
बड़ी भूल 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई/AI) को मानव जाति के लिए क्रांतिकारी माना जा रहा है

लेकिन इससे होने वाले संभावित खतरों को नजरअंदाज करना बड़ी इंसानी भूल हो सकती है. 

जैसे-जैसे AI स्मार्ट होगा वैसे-वैसे ये इंसानों द्वारा किए जा रहे कामों में निपुण होता जाएगा, जिसका सीधा असर नौकरियों पर पड़ेगा. 

AI एक कंप्यूटर सिस्टम है, इसलिए वो निष्पक्ष होगा, ये सबसे बड़ा भ्रम है और जब एक पक्षपाती सिस्टम पर बने टूल से सारी चीजें संचालित होंगी तो इसका खामियाजा कई लोगों को भुगतना पड़ेगा.   

कभी भी देशों के बीच AI द्वारा घातक स्वचालित हथियारों की रेस शुरू हो सकती है, जो इंसानी हस्तक्षेप या स्वीकृति के बिना ही लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम होंगे.

फाइनेंशियल इंडस्ट्री और ट्रेडिंग में अब बहुत हद तक AI पर निर्भर हो चुकी है.  इसका मतलब है मशीन की एक गलती की वजह से अगला बड़ा वित्तीय संकट कभी भी आ सकता है. 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
(AI/एआई)) क्या है?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब मशीन में इंसान जैसी बौद्धिक क्षमताएं होना.   

2022 में लॉन्च हुआ एआई टूल ChatGPT इंसानों की तरह लिख सकता है, इंसानों की तरह सवालों के जवाब दे सकता है.  ChatGPT के सामने  गूगल ने  Bard लॉन्च किया. 

अचानक इसकी इतनी
चर्चा क्यों?

कमाल ये है कि ChatGPT गाने और कविता भी लिख सकता है, जो अभी तक सिर्फ इंसानी दिमाग कर सकता था.