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नाम किसी व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक संरचना को व्यक्त करते हैं. केवल नाम से किसी व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर को जाना जा सकता है.
नाम से व्यक्ति का स्वभाव आकार रूप रंग और गुण निर्धारित होते हैं. नाम काफी हद तक किसी व्यक्ति के भाग्य पर सीधा असर भी ड़ालता है.
व्यक्ति का कोई विशेष नाम केवल संयोग नहीं है यह उसके कर्म और संस्कारों का खेल है. जिस नाम से आप दुनिया में जाने जाते हैं वह नाम किस्मत तय करती है.
जीवन में सारा आकर्षण , रिश्ते और उतार चढ़ाव नाम पर निर्भर करते हैं. ईश्वर के किस स्वरूप की ओर आकर्षण होगा और आप आध्यात्मिक होंगे या भौतिक , यह भी नाम से पता चल जाता है.
सामान्यतः तीन तरह के नाम प्रचलन में होते हैं. राशि का नाम, घर का नाम और सामाजिक नाम. जिस अक्षर से राशि का नाम बनता हो उस अक्षर से कभी भी नाम नहीं रखना चाहिए.
जिस नाम से दुनिया में बच्चा प्रसिद्ध होगा, उस नाम को रखने में ही सावधानी रखनी चाहिए. बच्चे की जन्म कुंडली में जो ग्रह सर्वाधिक मजबूत हो, उसी ग्रह के अक्षर से बच्चे का नाम रखना चाहिए.
बच्चे का नाम सार्थक होना चाहिए, अर्थहीन या फैशनेबल नाम नहीं होना चाहिए. बच्चे का नाम या तो जन्म के साथ ही रख देना चाहिए या शुभ मुहूर्त में नामकरण होना चाहिए.
अगर बच्चे का नाम गलत रख लिया हो और अगर संभव हो सके तो उस नाम को तुरंत बदल दें. अन्यथा कोई अच्छा सा नाम रख कर उस नाम से पुकारें.
अगर किसी देवी या देवता के नाम पर, बच्चे का नाम रखा है तो नाम के उच्चारण में सावधानी रखें. विशेष आवश्यकता होने पर बच्चे के नाम की स्पेलिंग बदली जा सकती है. पर नाम की स्पेलिंग जल्द से जल्द बदलें तो ठीक होगा.