बिलावल भुट्टो की मां और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो कई बार भारत के दौरे पर आई थीं. साल 1972, 2003 और 2005 में भारत आई थीं.
साल 1972 में पाक पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो भारत आए थे. इस दौरान उनके साथ 19 साल की उनकी बेटी बेनज़ीर भुट्टो भी थीं.
जुल्फिकार भुट्टो ने बेनज़ीर भुट्टो को हिदायत दी थी कि शिमला में बिल्कुल नहीं हंसना है. ये संदेश नहीं जाना चाहिए कि सैनिक कब्जे में हैं और तुम मजे में हो.
29 जुलाई 1972 को बेनजीर भुट्टो ने इंदिरा गांधी से मुलाकात की थी. इस दौरान बेनज़ीर का खूब ख्याल रखा गया था.
शिमला में बेनज़ीर भुट्टो की एक झलक पाने के लिए लोग 3 घंटों एक रेस्त्रां के बाहर खड़े रहे. दरअसल भुट्टो कॉफी पीने अंदर गई थीं.
जिस समय इंदिरा और जुल्फिकार शिमला समझौते पर हस्ताक्षर कर रहे थे. उस समय बेनज़ीर भुट्टो थिएटर में पाकीजा फिल्म देख रही थीं.
बेनज़ीर भुट्टो साल 2003 में भी भारत आई थीं और 12 दिसंबर को पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात की थी.
इस दौरे के दौरान बेनज़ीर भुट्टो ने भारत के तत्कालीन डिप्टी पीएम लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात की थीं.
पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनज़ीर भुट्टो ने साल 2005 में अपने पति आसिफ अली जरदारी के साथ अजमेर शरीफ का दौरा किया था.