बड़ों के पैर छूने से मिलते हैं ये लाभ

भारतीय संस्कृति में कई तरह के रीति-रिवाज हैं जिनका व्यक्ति जीवन भर पालन करता है. इन्हीं में से एक है बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण.

हिंदू धर्म में बड़े लोगों के पैर छूने की परंपरा कई सालों से है. यह व्यक्ति के प्रति सम्मान को दर्शाता है. इसे हम चरण स्पर्श भी कहते हैं.

बड़ों के पैर छूने से शरीर में एक सकारात्मक उर्जा का प्रवेश होता है. जो शरीर को लाभ पहुंचाता है. साथ ही बड़ों का आशीर्वाद भी मिलता है.

पैर छूना सनातन धर्म में सदाचार का प्रतीक माना जाता है. नियमित रूप से बड़ों के पैर छूने से ग्रहों का प्रभाव भी आपके अनुकूल हो जाता है.

पैर छूने के लिए शरीर को झुकाया जाता है. इससे ब्लड फ्लो बढ़ता है. यह सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसके अलावा पीठ और कमर में खिंचाव पैदा होता है.

बड़ों के पैर छूना इसलिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे व्यक्ति का अहंकार समाप्त होता है. 

हिंदू धर्म में बड़े बुजुर्गों के पैर छूना बड़ों के प्रति सम्मान की भावना को दर्शाता है. यह आपके संस्कारों और आचरण को दूसरों के प्रति दर्शाता है.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पैर छूने का अपना अलग महत्व है. इसे एक प्रकार का योग माना जाता है. झुकने से घुटनों के दर्द में राहत मिलती है.