ट्रेवल पर लिखीं किताबें

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किसी कवि की एक लाइन है कि धीरे-धीरे मरने लगते हैं अगर करते नहीं कोई यात्रा, पढ़ते नहीं कोई किताब.

किताबें नॉलेज बढ़ाने का सबसे अच्छा जरिया है. इसके अलावा बुक्स फोन और लैपटॉप की स्क्रीन से दूर रखती हैं.

घूमने का शौक हर किसी को होता है. जो लोग घूमने नहीं जा पाते उनके लिए घुमक्कड़ी पर कई शानदार किताबें आईं हैं.

ट्रेवल पर आईं किताबों में लेखक अपनी कहानी और शब्दों के जरिए हमको उस जगह पर ले जाता है. आइए ट्रेवल पर आईं कुछ बेहतरीन किताबों के बारे में जानते हैं.

1. चाय चाय रेल यात्रा पर एक शानदार किताब है. इस किताब में लेखक भारत के कुछ शहरों में जाता है. वहां के बारे में जानने की कोशिश करता है. चाय चाय बुक के लेखक बिश्वनाथ घोष हैं. ये किताब इंग्लिश में आई थी. बाद में इसका हिंदी में भी अनुवाद किया गया.

2. बहुत दूर कितना दूर होता है बुक के लेखक मानव कौल हैं. इस किताब में मानव कौल ने अनोखे ढंग से यात्रा वृतांत को लिखा है. ये किताब साल 2019 में आई थी.

3. अनदेखे पहाड़ को घुमक्कड़ नीरज मुसाफिर ने लिखा है. ये नीरज मुसाफिर की 5वीं किताब है. इस बुक में नीरज ने उत्तराखंड के बेहद कठिन और छिपे हुए कई ट्रेक के बारे में बताया है.

4. इनरलाइन पास ट्रेवल पर एक शानदार बुक है. इसके लेखक उमेश पंत हैं. इस किताब में उत्तराखंड के ओम पर्वत की 18 दिनों की कठिन यात्रा का अनुभव है.

5. कीड़ाजड़ी के लेखक अनिल यादव हैं. इस किताब में अनिल यादव ने उत्तराखंड में पाई जाने वाली कीड़ाजड़ी के बारे में बताया है. ये किताब एक बार में पढ़ने वाली किताब है.

6. जितना मिट्टी उतना सोना पढ़ने लायक यात्रा वृतांत है. इस किताब को अशोक पांडे ने लिखा है. किताब में उत्तराखंड के गांवों के बारे में विस्तार से जानने को मिलेगा.

7. सौंदर्य की नदी नर्मदा घुमक्कड़ी पर पढ़ी जाने वाली बेहद जरूरी किताब है. इस किताब के राइटर अमृतलाल वेगड़ हैं. किताब में नर्मदा परिक्रमा की यात्रा के अनुभव का जिक्र किया गया है.