भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. इसे असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्यता देने के लिए दिया जाता है.
भारत रत्न राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है.
प्रधानमंत्री सीधे भारत रत्न के लिए राष्ट्रपति को सिफारिशें करते हैं. इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक सिफारिश की आवश्यकता नहीं होती है.
भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को मेडल के साथ प्रमाण पत्र दिया जाता है. इस सम्मान में कोई भी धनराशि नहीं दी जाती है. लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है.
भारत रत्न पाने वालों को टैक्स न भरने की छूट दी जाती है. ये लोग जहाज, ट्रेन और बस में निशुल्क यात्रा कर सकते हैं.
भारत रत्न पाने वाले गणमान्य लोग स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में खास अतिथि के तौर पर भी भाग ले सकते हैं.
भारत रत्न पाने वाले एक तरह से देश के लिए वीआईपी होते हैं. उन्हें सरकारी महकमे से कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं. राज्य में राजकीय अतिथि का दर्जा मिलता.
भारत रत्न पाने वाले को Z+ श्रेणी की सुरक्षा मिलती है. भारत के मुख्य न्यायाधीश के वेतन के समान आजीवन पेंशन दी जाती है.
भारत रत्न पाने वाले को प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद में विपक्ष के नेता के बाद जगह दी जाती है.