बिल्ली के रास्ता काटने को लोग अक्सर अशुभ मानते हैं.
अगर बिल्ली रास्ता काट देती है तो लोग कुछ देर के लिए वहीं रुक जाते हैं.
वह इसे अशुभ मानते हैं.
और अगर काली बिल्ली रास्ता काट दे तो इसे किसी अनहोनी से जोड़कर देखा जाता है.
इसे अंधविश्वास से जोड़कर देखा जाता है.
हालांकि बिल्लियों को लेकर तरह-तरह के मिथ केवल भारत ही नहीं दुनिया के कई अलग-अलग देशों में प्रचलित हैं.
दरअसल, पहले के समय में बिजली नहीं होती थी ऐसे में जब रास्ते में कोई भी आहट होती थी तो लोग रुक जाते थे.
इसका कारण था कि अगर कोई जंगली जानवर रास्ता पार कर रहा है तो लोग वहीं रुक जाएं और वो जानवर उन्हें नुकसान न पहुंचा पाए.
लेकिन कुछ समय बाद इसे काली बिल्ली से जोड़कर देखा जाने लगा.
बिल्ली के रास्ता काटने पर लोग पहले इसलिए भी रुक जाते थे ताकि उन्हें कोई बीमारी न हो.
दशकों पहले चूहों के कारण प्लेग की बीमारी फैल जाती थी और बिल्ली का प्रमुख भोजन चूहा होता है. इसलिए उनसे दूरी बनाकर रखने के लिए कहा जाता था.