हिंदू धर्म में ब्रह्म कमल को काफी पवित्र माना जाता है. यह फूल आमतौर पर अधिक ऊंचाई वाले या हिमालय क्षेत्रों में पाया जाता है.
ब्रह्म कमल का नाम भगवान ब्रह्मा के नाम पर रखा गया है और यह वही फूल है, जिसे देवता अपने हाथ में रखते हैं.
इस फूल का घर में खिलना दैवीय कृपा का संकेत माना जाता है. यह फूल जिस घर में खिलता है उस घर में मां लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहता है.
यह फूल न सिर्फ साल में एक बार खिलता है बल्कि इस फूल का खिलना बेहद कठिन माना जाता है.
जपला रूपकुंड, हेमकुंड, ब्रिज गंगा फूलों की घाटी और केदारनाथ जैसे स्थानों पर यह फूल दिखाई देता है. इसे आप घर पर भी उगा सकते हैं.
हिन्दू धर्म में ब्रह्म कमल फूल को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. यह फूल जिस भी घर में खिलता है उस घर में समृद्धि, संपन्नता और अपार धन वृद्धि के योग बनते हैं.
इस फूल में साक्षात मां लक्ष्मी का वास होता है.
माना ये भी जाता है कि जो भी व्यक्ति इस फूल को खिलते हुए देख ले उसके जीवन में शुभ ही शुभ होने लग जाता है.
व्यक्ति की कर्ज की समस्या, अटका हुआ धन, पैसों की कमी आदि जो भी परेशानियां है दूर हो जाती हैं.
जलने, सर्दी-जुकाम, हड्डी के रोगों में भी इस फूल का इस्तेमाल किया जाता है. इस फूल से निकलने वाला पानी थकान दूर करने में कारगर माना जाता है.