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हिंदू धर्म में बहुत से लोग नवरात्रि में शुभ काम करते हैं.
नवराात्रि का समय भक्ति और अराधना के साथ-साथ नए कार्यों को शुरू और गृह प्रवेश करने लिए शुभ माना जाता है.
अगर आप नवरात्रि के इस पवित्र समय में नए घर में प्रवेश करना चाहते है, तो गृह प्रवेश के दौरान आपको ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों का पालन जरूर करना चाहिए.
मान्यता है कि गृह प्रवेश अगर ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों के अनुसार किया जाता है, तो घर में सुख-समृद्धि वास करती है.
अगर आप नवरात्रि में नए घर में प्रवेश करने जा रहे हैं, तो गृह प्रवेश के इन नियमों को अवश्य जान लें.
गृह प्रवेश के दौरान नए घर के मुख्य दरवाजे पर अशोक और आम के पत्तों का तोरण लगना चाहिए. अशोक के पत्ते सुख-शांती का प्रतीक माने जाते हैं, जबकि आम के पत्ते लगाने से घर में सकारात्मक उर्जा आती है.
गृह प्रवेश के दौरान कलश स्थापित करना चाहिए. ऐसा करना बहुत शुभ होता है. गृह प्रवेश के दौरान कलश में आम के पत्ते, सिंदूर लगाकर और स्वस्तिक बनाकर उसको मुख्य दरवाजे या पुजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए.
दरअसल, कलश माता लक्ष्मी को घर में आने का आमंत्रण देता है. साथ ही ये देवी-देवताओं से भी आह्वान करंता है और घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह बढ़ाता है.
पति-पत्नी को साथ में गृह प्रवेश करना चाहिए. पत्नी को पहले बांया और पुरुष तो दांया पैर घर में रखना चाहिए. इससे गृहस्थ जीवन में प्यार बढ़ता है. साथ ही घर में शुभता बनी रहती है.
गृह प्रवेश से पहले नए घर की शुद्धि के लिए गंगाजल छिड़कना चाहिए. ऐसा करने घर में या उसके आस-पास मौजूद नकारात्मक उर्जा नष्ट हो जाती है. गृह प्रवेश के दौरान हवन भी करना चाहिए.