चातुर्मास में करें ये काम, खुल जाएगी किस्मत
चातुर्मास आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी से शुरू होता है, जो कार्तिक मास की देवोत्थान एकादशी तक रहता है.
चातुर्मास की शुरुआत 29 जून 2023, गुरुवार के दिन से हो रही है, जो 23 नवंबर 2023 को खत्म होगा.
इस अवधि में भगवान विष्णु योग निद्रा की अवस्था में चले जाते हैं. इस दौरान वैवाहिक कार्य, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, मुंडन, तिलकोत्सव आदि कार्य नहीं किया जाता है.
ऐसी मान्यता है कि इस दौरान दो व्यक्ति नियमों का पालन करते हैं और संयम से रहते हैं उन पर भगवान विष्णु की कृपा उस पर बनी रहती है.
शास्त्रों के मुताबिक चातुर्मास जो व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं, उनमें भक्ति भाव बढ़ता है और पुण्य की प्राप्ति होती है.
चातुर्मास में जो लोग नमक छोड़ते हैं उन्हें पुत्र की प्राप्ति होती है. दही छोड़ने से गोलोक की प्राप्ति होती है.
चातुर्मास जो लोग केवल दूध पीकर या फल खाकर रहते हैं, उनके सभी पापों का अंत हो जाता है.
चातुर्मास में गुड़ का त्याग करने से मनुष्य को मधुरता की प्राप्ति होती है और पान का त्याग करने से गला सुरीला होता है.
चातुर्मास में जो लोग मौन व्रत धारण करते हैं उनकी आज्ञा का संतान उल्लंघन नहीं करती. काले और नीले वस्त्रों का त्याग करने से ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ती है.