अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन आज एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं लेकिन एक ऐसा भी समय था जब दोनों गहरे दोस्त हुआ करते थे.
छोटा राजन दाऊद का दाहिना हाथ था. दोनों एक दूसरे के लिए जान की बाजी लगाते थे लेकिन वक्त बदला और दोस्ती दुश्मनी में बदल गई.
बड़ा राजन की मौत के बाद छोटा राजन दाऊद के करीब आया. और यहीं से दोनों की दोस्ती गहरी होती गई. अडरवर्ल्ड की दुनिया में दोनों का नाम एक साथ लिया जाने लगा.
अपराध की दुनिया में दाऊद बड़ा हो चला था. लेकिन उसे हमेशा इस बात का डर था कि उसके गुर्गे ही उसे किसी दिन चुनौती न दे दें. इसलिए वह अपने ही गिरोहों को आपस में लड़वाकर रखता था.
1988 में दाऊद की गैंग में एक और नाम शामिल होता है छोटा शकील. अब दाऊद का दाहिना हाथ छोटा राजन और बायां हाथ छोटा शकील था. लेकिन जल्द ही छोटा शकील, अबु सलेम और मेमन बंधुओं की वजह से छोटा राजन खुद को गैंग में असहज महसूस करने लगा.
छोटा राजन को लगने लगा कि उसे गैंग से किनारे लगाए जा रहा है. और यहीं से दाऊद से रिश्ते खराब होने शुरू हो गए. साल 1993 में मुंबई में हुए बम धमाके में दाऊद का नाम आया तो छोटा राजन ने खुद को दाऊद से अलग कर लिया.
लेकिन दाऊद यहीं नहीं रुका उसने छोटा राजन के करीबी बहादुर थापा की हत्या करवा दी. इससे दोनों के बीच तल्खियां काफी बढ़ गई.
छोटा राजन ने बगावत करने की ठानी और दाऊद के करीबी माने जाने वाले लोगों को चुन-चुन कर मारा.
दाऊद ने हर संभव कोशिश की कि छोटा राजन को मरवा दे लेकिन यह संभव नहीं हो सका. साल 2015 में इंडोनेशिया के बाली से गिरफ्तार किया गया. 2016 में उसे भारत लाया गया और तब से वह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.