बच्चों के सही विकास के लिए हैं सरकार की ये योजनाएं

भारत सरकार ने बच्चों के सही विकास के लिए बहुत सी स्कीम्स चलाई हुई हैं. 

पढ़ाई से लेकर स्वास्थ्य क क्षेत्र में चल रहीं इन स्कीम्स के जरिए देश के बहुत से बच्चों की मदद हो रही है.

आज हम आपको बता रहे हैं बच्चों के लिए कुछ सरकारी योजनाओं के बारे में.

बेटियों को सशक्त बनाने वाली सुकन्या समृद्धि योजना अपनी ज्यादा ब्याज दर के लिए जानी जाती है. इस योजना की शुरुआत मध्यमवर्गीय परिवारों की बेटियों को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई है. 

समेकित बाल विकास योजना को भारत सरकार ने 1975 में 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से शुरू किया था. इस योजना के तहत बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, स्वास्थ्य-शिक्षा आदि का ध्यान रखा जाता है.

स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट के लिए सरकार ने प्रोमोशन ऑफ रिसर्च एटीट्यूड इन यंग एंड एस्पाइयरिंग स्टूडेंट (प्रयास) योजना शुरू की हुई है. 

केंद्र सरकार के पोषण अभियान के तहत 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोर लड़कियों की पोषण स्थिति पर भी ध्यान दिया जाता है. 

हरियाणा सरकार की राज्य स्तरीय "हरिहर" (बेघर, परित्यक्त और समर्पित बच्चे पुनर्वास पहल हरियाणा) नीति का उद्देश्य राज्य के चाइल्ड केयर  संस्थान से 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके परित्यक्त और आत्मसमर्पण करने वाले बच्चों को रोजगार, शैक्षिक और वित्तीय लाभ प्रदान करना है.

इन सभी स्कीम्स और योजनाओं के बारे में आप इंटरनेट पर विस्तार से पढ़ और समझ सकते हैं. अगर आप पात्रता के मानदंड पूरे करते हैं तो स्कीम्स का लाभ उठाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं.