Manohar Lal Khattar: कभी पढ़ाया ट्यूशन तो कभी बेची सब्जी, ऐसे बने राजनीति का बड़ा नाम

मनोहर लाल खट्टर का परिवार 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आए और हरियाणा के रोहतक में बस गए. यहीं पर 5 मई 1954 को इनका जन्म हुआ. 

Courtesy - @mlkhattar

मनोहर लाल परिवार के पहले ऐसे व्यक्ति बने जिसने दसवीं की परीक्षा पास की. 

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वह पढ़ाई करने के साथ ही परिवार के साथ खेतों में काम भी करते थे. मनोहर लाल साइकिल पर सब्जी लादकर उसे बेचने के लिए रोहतक मंडी ले जाते थे. 

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मेडिकल की परीक्षा की तैयारी करने के लिए वह दिल्ली आए. इस दौरान अपनी आजीवीका के लिए उन्होंने ट्यूशन भी पढ़ाई. 

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उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया. इस दौरान उन्होंने दिल्ली के सदर बाजार में कपड़े की दुकान खोली. 

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इस बीच उनका काम चल निलका. जिससे पैसे कामाकर उन्होंने अपनी छोटी बहन की शादी कराई. 

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इसी बीच मनोहर लाल खट्टर ने 24 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे. 

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मनोहर लाल 1994 में उन्होंने भाजपा को शामिल हो गए. उन्हें बाद में हरियाणा में संगठन महामंत्री बनाया गया. 

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2014 में उन्हें लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी की हरियाणा चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. 

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2014 में उन्होंने करनाल विधानसभा से पहला चुनाव लड़ा और जीता. इसके बाद उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. फिर 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर वो राज्य के मुख्यमंत्री बने.

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